सिद्धार्थनगर जिले की डुमरियागंज तहसील क्षेत्र के अंतिम छोर पर बढ़नी चाफा नगर पंचायत अंतर्गत मुर्गिहवा के पास कुआनों नदी पर करीब चार करोड़ 59 लाख रुपये की लागत से बन रहे अधूरे चोरघटा पुल का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। अधूरे पुल का निर्माण पूरा होने से तीन जिले के लोगों को विशेष रूप से आवागमन में सुगमता होगी। सिद्धार्थनगर के लोगों को बलरामपुर, गोंडा और अयोध्या जाने में ज्यादा दूरी तय करनी पड़ती थी, जिससे समय व पैसे दोनों का नुकसान होता था। निर्माण शुरू होने से लोगों में खुशी है।
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सिद्धार्थनगर जिले की बलरामपुर सीमा पर स्थित चोरघटा घाट पर पुल का शिलान्यास 2014-15 में हुआ था। चार करोड़ 59 लाख की लागत से पुल का निर्माण शुरू होने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली थी, उन्हें लगा था कि अब तीन जनपदों को जोड़ने वाले इस पुल से आसानी से मंजिल तक कम समय में पहुंच सकेंगे।
वन विभाग की आपत्ति पर रुका था कार्य
वर्ष 2016 में वन विभाग द्वारा आपत्ति दर्ज कराए जाने से कार्य बंद हो गया। इसके बाद डुमरियागंज के तत्कालीन विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ अन्य जिम्मेदारों से निर्माण शुरू कराने की दिशा में पहल की।
इस पर वर्ष 2019 में निर्माण कार्य शुरू हुआ, मगर दोबारा वन विभाग ने आपत्ति लगा दी और कार्य रुक गया। जिला प्रशासन व वन विभाग के सामंजस्य से इसी वर्ष बरसात के पहले एनओसी मिल गई, लेकिन लागत में बढ़ोतरी के पेंच के कारण कार्य रुका पड़ा था, लेकिन अब यह समस्या भी खत्म हुई और निर्माण कार्य शुरू गया।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि पुल का निर्माण पूर्ण होने पर सिद्धार्थनगर व बलरामपुर जनपद के सिरसिया, मुर्गिहवां, धर्मपुर, गोटुटवा, सादुल्लानगर, गौरा चौकी, धुसवा, रमवापुर, पल्टनडीह, कचलेह,पासडेनगर, पिपरहवा, दुल्लाडीह, शादीजोत, पानडीह सहित 150 गावों के साथ अन्य क्षेत्र के लोगों को लाभ मिलेगा। लोगों के अनुसार रामनगरी अयोध्या व गोंडा जाने की राह आसान होगी। अयोध्या जाने की दूरी भी करीब 20 किलोमीटर व बलरामपुर की करीब 16 किमी कम हाे जाएगी।