बलरामपुर जिले के 13 मजरों वाली ग्राम पंचायत मथुरा बाजार को नगर पंचायत का दर्जा मिलने वाला है। मथुरा बाजार की 41 हजार आबादी को अब शहर जैसी सुविधाएं मिलेंगी। बलरामपुर और श्रावस्ती जनपदों के 120 गांवों की 75 हजार आबादी को शहर जैसी सुविधाओं का लाभ मिलेगा।
यह भी पढ़ें 👉 ट्रैक्टर ने बाइक सवार मां-बेटे को मारी टक्कर, एक की मौत
वर्ष 2011 की जनगणना में मथुरा बाजार की आबादी 31,431 थी, जो वर्तमान में 40,500 है। जनसंख्या का घनत्व 1813 है। मथुरा बाजार के पूर्व प्रधान कैलाशनाथ कसौधन बताते हैं कि वर्ष 1804 में तहसीलदार मथुरा प्रसाद ने आसपास गांव के लोगों के जरूरत के सामान की खरीदारी के लिए बाजार की स्थापना की थी। बलरामपुर स्टेट के महाराजा दिग्विजय सिंह ने यहां भव्य शिव मंदिर की स्थापना की थी। राम शंकर भारतीय इंटर कॉलेज मथुरा बाजार गांवों के बच्चों को शिक्षा देने में अपना योगदान वर्षों से दे रहा है।
मथुरा बाजार बलरामपुर और श्रावस्ती जनपदों की सीमा के पास है। दोनों जनपदों की सीमा के आसपास बसे 120 से अधिक गांवों की करीब 75 हजार आबादी मथुरा बाजार पर निर्भर है। मथुरा बाजार में डिग्री कॉलेज, इंटर कॉलेज, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, पुलिस चौकी, व्यावसायिक केंद्र, प्राइवेट नर्सिंग होम, राष्ट्रीयकृत बैंक, डाकघर व बिजली की सुविधा है। बाजार का 74 प्रतिशत क्षेत्र कृषि है। 50 प्रतिशत आबादी कृषि पर आधारित है।
क्षेत्र के लोगों को मिलेगा लाभ
बाजारवासी प्रताप नरायन सैनी, शिव कुमार गुप्ता, दीनानाथ सोनी व निरंजन सोनी ने खुशी जताते हुए कहा कि मथुरा बाजार को नगर पंचायत का दर्जा मिलने से लाभ मिलेगा। नगर पंचायत होने से गांव के लोगों को शहर जैसी सुविधाएं मिलने लगेंगी। लोगों को कारोबार के अवसर मिलेंगे। मथुरा बाजार के सभी 13 मजरे सटे हुए बसे हैं। इससे सभी मजरों को नगर पंचायत में जोड़ने से परेशानी नहीं होगी।
शासन को भेजी गई रिपोर्ट
नगर पंचायत के सभी मानकों को मथुरा बाजार पूरा करता है। इसे नगर पंचायत का दर्जा दिलाने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। शासन की अनुमति के बाद नगर पंचायत का दर्जा दिलाने से संबंधित सभी प्रक्रिया पूरी कराई जाएंगी - पवन अग्रवाल, डीएम बलरामपुर
