बलरामपुर जिलें के कोयलरा गोपालपुर गांव में मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय का 50 एकड़ भूमि पर निर्माण होगा. पहले चरण में एकेडमिक व प्रशासनिक भवन, दूसरे चरण में कुलपति व फैकल्टी आवास एवं गेस्ट हाउस, तीसरे चरण में छात्रावास का निर्माण होगा. मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय के भवनों के निर्माण के लिए 163.52 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग को पहले चरण के कार्य के लिए 33.47 करोड़ रुपये आवंटित किया गया हैं.
कुल सचिव/एडीएम न्यायिक प्रमोद कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि बलरामपुर जिलें में मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय से शिक्षा सत्र 2025-26 में देवीपाटन मंडल के चारों जिलें बलरामपुर, गोंडा, बहराइच व श्रावस्ती के सभी महाविद्यालयों को संबद्ध कर स्नातक प्रथम वर्ष के संचालन की शुरू किया जाना है. इसके लिए समितियों के गठन व अधिकारियों एवं कर्मचारियों के तैनाती की प्रक्रिया शुरू हो गई है.
इन पदों पर होगी तैनाती
मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय में सत्र संचालन शुरू कराने के लिए पदों को सृजत करने की स्वीकृति शासन स्तर से प्रदान की गई है. विश्वविद्यालय में परीक्षा नियंत्रक, उप कुल सचिव, सहायक कुल सचिव व सहायक लेखाकार के साथ तीन आशुलिपिक, छह कनिष्ठ सहायक एवं एक स्टोर कीपर की तैनाती की जानी है. इसके साथ ही सेवा प्रदाता की भी तैनाती की जाएगी, जिसमें तीन कंप्यूटर ऑपरेटर, तीन ड्राइवर तथा पांच चतुर्थ श्रेणी कर्मियों की मानव संपदा के तहत भर्ती की जाएगी.
समितियों का शीघ्र होगा गठन
मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय में शीघ्र ही समितियों के गठन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. प्रशासनिक ढांचा तैयार करने के लिए सबसे पहले प्रवेश व परीक्षा समितियों का गठन किया जाएगा. इसके बाद कार्य परिषद समिति, वित्त समिति, एकेडमिक काउंसिल बोर्ड ऑफ स्टडीज व विशेषज्ञों की समितियों का गठन किया जाएगा, ताकि जुलाई 2025 से मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय का सत्र शुरू किया जा सके.
- प्रो. रविशंकर सिंह, प्रथम कुलपति मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय
27 अधिकारियों व कर्मचारियों को किया गया संबद्ध
मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय में गतिविधियों के संचालन के लिए डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या से 27 अधिकारियों व कर्मचारियों को संबद्ध कर दिया गया है. संबद्ध अधिकारियों व कर्मचारियों को राजकीय पॉलिटेक्निक भवन में मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय के प्रशासनिक कार्यों का अस्थायी संचालन कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. - पवन अग्रवाल, डीएम