बलरामपुर में विद्युत विभाग के आउटसोर्स कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन बुधवार को भी जारी रहा। जिले के 33/11 केवी विद्युत उपकेंद्रों के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं। उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन निविदा संघ कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष सौरभ श्रीवास्तव के अनुसार, 15 मई को लखनऊ के शक्ति भवन में सत्याग्रह किया गया था। समाधान न मिलने पर 16 मई से प्रदेशभर में चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया गया है
कर्मचारियों ने विद्युत वितरण मंडल के अधिशासी अभियंता को ज्ञापन सौंपा। मई 2017 के आदेश के अनुसार, ग्रामीण उपकेंद्रों पर 20 और शहरी उपकेंद्रों पर 36 कर्मचारियों की तैनाती होनी थी। लेकिन वर्तमान में क्रमशः केवल 12.5 और 18.5 कर्मचारी ही तैनात किए जा रहे हैं।
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कर्मचारियों ने लाइनमैन और उपकेंद्र परिचालन में शोषण का आरोप लगाया है। उन्हें समय पर वेतन नहीं मिल रहा है। ईपीएफ घोटाले की जांच की मांग भी की गई है। 55 वर्ष से अधिक आयु के कर्मियों को नौकरी से हटाया जा रहा है। मार्च 2023 में निकाले गए कर्मचारियों की बहाली नहीं हुई है। कर्मचारियों ने कहा है कि यदि उनकी मांगों का समाधान नहीं किया गया तो आंदोलन जिला मुख्यालय से लखनऊ के इको गार्डन तक जारी रहेगा।