Kedarnath Yatra 2025 क्या आप भी केदारनाथ धाम घूमने का बना रहे प्लान,यहाँ है रहने से लेकर रूट तक की हर जानकारी

केदारनाथ धाम आमतौर पर अप्रैल के अंत या मई के पहले हफ्ते में खुलता है और अक्टूबर के अंत या नवंबर के पहले हफ्ते में बंद हो जाता है। इस साल भी 2 मई से केदारनाथ धाम के कपाट खुल गए हैं




Kedarnath Yatra 2025: उत्तराखंड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ यात्रा एक धार्मिक तीर्थ यात्रा है केदारनाथ धाम की यात्रा करना हर श्रद्धालु के लिए बड़ा खास होता है हर साल लाखों श्रद्धालु दिल्ली केदारनाथ धाम की यात्रा करते हैं  इस साल भी 2 मई से केदारनाथ के कपाट खुल गए हैं. ऐसे में अगर आप केदारनाथ घूमने और पवित्र यात्रा करने का प्लान कर रहे हैं तो आइए हम आपको बताते हैं कि केदारनाथ घूमने, रहने से लेकर रूट तक की हर चीज का प्लान कैसे बना सकते हैं 


(1) केदारनाथ घूमने का प्लान बनाने के लिए सबसे पहले आपको यात्रा का रूट तय करना होगा, जो हरिद्वार या ऋषिकेश से शुरू होता है इसके बाद आपको गौरीकुंड तक बस या टैक्सी से पहुंचना होगा, जहां से केदारनाथ की पैदल यात्रा शुरू होती है. आप चाहें तो खच्चर, पालकी या हेलीकॉप्टर का भी यूज कर सकते हैं



(2) केदारनाथ घूमने के लिए आप दिल्ली से केदारनाथ का सफर तय कर सकते हैं. दिल्ली से हरिद्वार तक ट्रेन मिल जाती है. हरिद्वार से फिर बस या टैक्सी लेकर आगे जाना होता है. इसके अलावा दिल्ली से देहरादून के लिए फ्लाइट ले सकते हैं. देहरादून से बस या टैक्सी से रुद्रप्रयाग होकर केदारनाथ जाएं



(3) इसमें आप सबसे पहले आप दिल्ली से हरिद्वार जाएं, हरिद्वार में होटल में चेक-इन करें और शाम को हरिद्वार में हर की पौड़ी पर गंगा आरती देख सकते हैं. इसके बाद रात में होटल में रुकें, और फिर हरिद्वार से रुद्रप्रयाग जाएं रास्ते में देवप्रयाग और रूद्रप्रयाग भी घूम सकते हैं. इसके बाद रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड पहुंचें गौरीकुंड से केदारनाथ के लिए 14 किलोमीटर ट्रेक शुरू करें



(4) इसके साथ केदारनाथ का सफर अगर आप बाए रोड करते हैं तो दिल्ली से हरिद्वार, और हरिद्वार से रुद्रप्रयाग, फिर रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड और गौरीकुंड पहुंचने के बाद केदारनाथ की पैदल यात्रा शुरू होती है. क्योंकि केदारनाथ तक सड़क नहीं जाती, गौरीकुंड तक रोड है और वहां से पैदल ट्रैक करना पड़ता है



(5) केदारनाथ घूमने के प्लान में आसपास घूमने लायक जगहें भी शामिल करें. जैसे गांधी सरोवर जो केदारनाथ से 3 किमी दूर बर्फीली झील है. इसके अलावा सोनप्रयाग जाएं ये मंदाकिनी और वासुकी नदियों का संगम, जो केदारनाथ के रास्ते में है. साथ ही आप गौरीकुंड भी घूम सकते हैं. और केदारनाथ पहुंच कर आप वासुकी ताल भी जा सकते हैं. केदारनाथ से 5 किमी दूर ये सुंदर झील हिमालय की चोटियों के बीच है



(6) केदारनाथ रहने के लिए भी आपको गौरीकुंड, सोनप्रयाग, गुप्तकाशी में अच्छे होटल और गेस्ट हाउस मिल जाते हैं केदारनाथ के पास गढ़वाल मंडल विकास निगम के टेंट, लॉज और डॉर्मिटरी भी मिलते हैं




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