बलरामपुर जिले के ग्राम पंचायत सादुल्लाहनगर बाजार की 25 हजार से अधिक आबादी को जल्द ही नगरीय सुविधाएं मिलेंगी। आसपास के 15 गांवों को मिलाकर शहर बनाने की तैयारी हो रही है। नगर पंचायत का दर्जा मिलने से सड़क, बिजली व पानी जैसी सुविधाएं विकसित होंगी। प्रशासन की ओर से प्रस्ताव शासन को भेजने की तैयारी है।
सादुल्लाहनगर बाजार निवासी निर्मल कुमार ओझा बताते हैं कि अंग्रेजों ने वर्ष 1938 में ठहरने व सरकारी कामकाज के लिए यहां पर डाक बंगला का निर्माण कराया था। सादुल्लाहनगर बाजार अंग्रेजों ने बसाया था। आजादी के बाद बाजार तो बढ़ता गया, लेकिन प्रशासन की उपेक्षा के कारण अभी तक इसे नगर पंचायत का दर्जा ही नहीं मिला।
सादुल्लाहनगर बाजार में पहले से ही एक डिग्री कॉलेज, दो बालक व दो बालिका इंटर कॉलेज, प्राथमिक व जूनियर हाईस्कूल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, चार राष्ट्रीयकृत बैंक, यूनानी अस्पताल, डाकघर, थाना, पेट्रोल पंप और डेढ़ हजार से अधिक दुकानें हैं।
नगर पंचायत बनने से लोगों को मिलेगा लाभ
सादुल्लाहनगर निवासी राधेश्याम श्रीवास्तव ने बताया कि नगर पंचायत बनने से लोगों के जीवन स्तर में सुधार होगा। सादुल्लाहनगर, गुमाफात्माजोत, पतकरपुर, खरिका मासूमपुर, ऐदहा, अचलपुर चौधरी, कम्मरपुर, परसिया, नेवादा, भेलया मदनपुर, अहिरौली, अलाउद्दीनपुर, मीरपुर, रूधौली व मथुरा गांव की 25 हजार से अधिक आबादी को सड़क, बिजली व पानी जैसी सुविधाएं मिलेंगी।
प्रस्ताव भेजने की तैयारी पूरी
सादुल्लाहनगर बाजार को नगर पंचायत का दर्जा दिलाने के लिए प्रस्ताव तैयार कराकर शासन को भेजने की तैयारी पूरी कर ली गई है। शासन से मंजूरी मिलने के बाद इसे नगर पंचायत के रूप में विकसित कराया जाएगा - पवन अग्रवाल, डीएम बलरामपुर