मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फरमान के मुताबिक सड़कों को गड्ढामुक्त करने के लिए महज आठ दिन बचे हैं। ऐसे में जिले की खस्ताहाल सड़कें कैसे गड्ढामुक्त हों पाएंगी यह बड़ा सवाल है। दरअसल जिले के ग्रामीण इलाकों की बात तो दूर शहर की सड़कें भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हैं। इन सड़कों से हर रोज अफसरों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक का आवागमन होता है, फिर भी सड़काें को दुरुस्त नहीं कराया जाता है। सबसे ज्यादा दिक्कत उन सड़कों पर है जहां पाइपलाइन डालने के बाद गड्ढों को भरा नहीं गया है।
अंबेडकर तिराहा से तिकोना पार्क जाने वाली सड़क का हाल |
यह भी पढ़ें : मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत इन बच्चों को हर महीने मिलेंगे 2500 रुपए, जाने क्या हैं नियम
सड़क के बीचोबीच गड्ढा
तुलसीपुर रोड पर अंबेडकर चौराहा से तिकोना पार्क को जाने वाली सड़क के बीचों बीच गड्ढा है। दरअसल, सीवर लाइन का पाइप डालने के लिए छह माह पहले सड़क की खोदाई की गई थी। पाइपलाइन डालने के बाद उस पर गिट्टी डाल दी गई लेकिन, सड़क को भरा नहीं गया। जबकि इसी रास्ते पर मेमोरियल अस्पताल सहित बैंक व स्कूल हैं। ऐसे में इस मार्ग से होकर गुजरने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जर्जर सड़क से अस्पताल पहुंचना मुश्किल
एमपीपी इंटर कॉलेज से महिला अस्पताल को जाने वाली सड़क पर भी गड्ढे हैं। यहां भी पाइपलाइन के लिए सड़क की खोदाई की गई लेकिन, गड्ढों को भरा नहीं गया। जबकि इसी रास्ते पर नगर पालिका का दफ्तर भी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार सड़क की मरम्मत को लेकर कहा गया लेकिन, जिम्मेदार इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
डीएम से की गई हैं मांग
शहर के कई इलाकों से यह समस्या सामने आई है। बीते दिनों जिलाधिकारी से मिलकर स्थिति से अवगत कराया गया है। सड़कों की मरम्मत कराने की मांग की गई है, ताकि राहगीरों को परेशानी का सामना न करना पड़े - डॉ. धीरेंद्र प्रताप सिंह "धीरू", अध्यक्ष नगर पालिका परिषद बलरामपुर