दिल्ली में हुए लाल किले के पास धमाके बाद अब बलरामपुर जिले में भी सतर्कता के साथ पड़ताल शुरू कर दी गई है। पुराने अपराधियों व तस्करों का ब्योरा खंगाला जा रहा है। भारत-नेपाल सीमा के साथ बस व रेलवे स्टेशनों की भी गहन छानबीन कराई जा रही है। मीडिया सेल व ड्रोन कैमरों के माध्यम से चप्पे-चप्पे की कड़ी निगरानी कराई जा रही है। डीएम विपिन कुमार जैन व एसपी विकास कुमार ने बुधवार को एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल) 9वीं व 50वीं वाहिनी के कमांडेंट से वार्ता करके नेपाल सीमा की गतिविधियों पर चर्चा की।
एएसपी विशाल पांडेय ने बताया कि जिले के सभी 15 थानों में पुराने अपराधियों का ब्योरा खंगाला जा रहा है। दिल्ली में धमाके से जुड़े हर विंदु की गहनता से जांच कराई जा रही है। नेपाल से सुपारी व अन्य सामानों की तस्करी में लिप्त तस्करों का भी ब्योरा जुटाया जा रहा है। रेलवे स्टेशन बलरामपुर व झारखंडी के साथ कौवापुर, तुलसीपुर, गैसड़ी व पचपेड़वा में भी पुलिस फोर्स भेजकर जांच कराई जा रही है। रोडवेज व निजी बस अड्डों पर भी निगरानी बढ़ा दी गई है।
सार्वजनिक, भीड़-भाड़ वाले स्थानों व मिश्रित इलाकों पर नजर रखी जा रही है। नेपाल सीमा से सटे 15 किलोमीटर के दायरे में 90 गांवों में भी पुलिस, एसएसबी व पीएसी के जवानों की संयुक्त गश्त कराई जा रही है। एसएसबी 9वीं व 50वीं वाहिनी के जवानों ने बुधवार को नेपाल सीमा से सटे चंदनपुर गांव में पेट्रोलिंग किया। नेपाल सीमा से सटे भगवानपुर गांव में भी गश्त के बाद बैठक की गई। नेपाल सीमा से सटे सभी गांवों में बैठक करके लोगों को जागरूक किया गया। सीमा से सटे संवेदनशील क्षेत्र कोयलाबास, बालापुर, जरवा, पचपेड़वा और गैसड़ी में पुलिस, एसएसबी व पीएसी के जवानों ने पैदल गश्त की। संयुक्त टीम ने सीमा चौकियों, जंगलों और ग्रामीण पगडंडियों का भी निरीक्षण किया।
