बलरामपुर में झारखंडी रेलवे क्रॉसिंग पर जाम के झाम से बहुत जल्द निजात मिलने वाला है. झारखंडी रेलवे क्रॉसिंग पर राष्ट्रीय राजमार्ग-730 पर स्थित लेवल क्रॉसिंग संख्या 136 पर आरओबी निर्माण के लिए एनएचएआई (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (एनओसी) मिल गई है. उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम लिमिटेड को निर्माण कार्य आगे बढ़ाने की औपचारिक अनुमति दी गई है.
एनएचएआई द्वारा जारी एनओसी के अनुसार झारखंडी रेलवे क्रॉसिंग पर आरओबी का निर्माण एनएच-730 के चैनिज 323.680 से 324.845 के बीच किया जाएगा. यह पूरा प्रोजेक्ट यूपी स्टेट ब्रिज कॉरपोरेशन अपने संसाधनों से करेगा.
पिछले दिनों डीएम विपिन कुमार जैन ने प्रस्ताव भेजा था, जिसकी स्वीकृति मिल गई है. बताया गया कि आरओबी के निर्माण में स्वीकृत जनरल अरेंजमेंट ड्राॅइंग (जीएडी) का सख्ती से पालन किया जाएगा. पुल पर 11 मीटर चौड़ा कैरिजवे, दोनों ओर 1.5 मीटर चौड़े फुटपाथ और आवश्यक सुरक्षा बैरियर बनाए जाएंगे. निर्माण के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग को यदि कोई क्षति होती है तो उसकी मरम्मत और पुनर्स्थापन की जिम्मेदारी भी ब्रिज कॉरपोरेशन की होगी.
एनओसी में यह भी स्पष्ट किया गया है कि निर्माण अवधि के दौरान यातायात प्रबंधन भारतीय सड़क कांग्रेस (आईआरसी) की गाइडलाइंस के अनुसार किया जाएगा. कार्य शुरू होने से पहले डायवर्जन बनाया जाएगा, ताकि लेवल क्रॉसिंग पर यातायात पूरी तरह बाधित न हो. आरओबी का डिजाइन, ड्रेनेज व्यवस्था, मिट्टी की जांच और पाइल फाउंडेशन से जुड़े कार्य भारतीय रेल के सक्षम अधिकारियों की स्वीकृति के बाद ही किए जाएंगे.
झारखंडी रेलवे क्रॉसिंग पर अक्सर लगने वाले जाम और बार-बार फाटक बंद होने से स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता था. रेलवे ओवरब्रिज बनने के बाद न केवल यातायात सुगम होगा, बल्कि दुर्घटनाओं की आशंका भी काफी हद तक कम हो जाएगी. जिलाधिकारी ने बताया कि जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा.
