बलरामपुर जिलें के हलौरा गांव में आखिरकार तीन माह बाद तेंदुएं की पिंजरे में कैद कर लिया गया। सोहेलवा वन्य जीव प्रभाग के हलौरा गाँव में लगाए गए पिंजरे में सोमवार की सुबह तेंदुआ कैद हो गया। तेंदुआ के पकड़े जाने की खबर मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई है।
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हलौरा और उसके आसपास के गांवों में तेंदुआ बीते तीन माह से लोगों की परेशानी का कारण बना हुआ था। इस दौरान तेंदुआ करीब 14 मवेशियों को अपना निवाला बना चुका था। स्थानीय लोगों में तेंदुआ की दहशत थी। लोग एक साथ गाँव से निकलते थे। तेंदुआ कभी गन्ने के खेत में दिखता था तो कभी नहर के पास। ग्रामीणों की मांग पर वन विभाग ने यहाँ पर पिंजरा लगवाया था। इसकी निगरानी के लिए टैंपिग कैमरा भी लगवाया गया था। हलौरा गाँव में लगे पिंजरे में बकरी बांधी गयी थी। सोमवार की सुबह जब ग्रामीण पिंजरे के पास पहुंचे तो वहां पर बकरी मृत अवस्था में मिली। तेंदुआ भी पिंजरे में कैद नजर आया। यह देख वहां पर लोगों की भीड़ जुट गयी। वन विभाग को जानकारी दी गई।
रेंजर अमरजीत प्रसाद का कहना है कि विभागीय अधिकारियों को जानकारी दी गई है। मुख्यालय से टीम आ रही है। सोहेलवा वन्य जीव प्रभाग के डीएफओ डा. सेम्मारन का कहना है कि तेंदुआ पकड़ लिया गया है। उच्चाधिकारियों से बात करने के बाद यह निर्णय लिया जाएगा कि तेंदुआ को कहाँ शिफ्ट करना है।