बलरामपुर जिले के महराजगंज तराई थाना क्षेत्र में शनिवार को साले के शादी में आए जीजा की गला काटकर हत्या कर दी गयी थी। ससुराल से महज 50 मीटर की दूरी पर युवक का शव मिला था। पुलिस ने हरेंद्र हत्याकांड का खुलासा किया। बताया कि युवक की हत्या उसकी पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर हत्या की।
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मामले में पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें मृतक की पत्नी और उसका प्रेमी भी शामिल हैं। पत्नी ने अपने प्रेमी और पांच अन्य लोगों की मदद से अपने पति की हत्या की योजना बनाई। आरोपियों ने युवक का गला रेतकर उसकी हत्या की थी। पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
मामला बीते 2 मई की रात हरेंद्र वर्मा (25 वर्ष), निवासी देवरहना थाना खरगूपुर गोंडा, अपने ससुराल जुगली कला शादी में शामिल होने आया था। जिसकी इसी गांव के बाहर उसका गला रेतकर हत्या कर दी गई। युवक गोंडा से बलरामपुर बीते 30 अप्रैल शाम 5:00 बजे अपने साले की शादी में शामिल होने आया था। उस दौरान उसके चाचा भी साथ आए थे। लेकिन शादी के दूसरे दिन वह वापस चले गए थे। युवक यहीं पर रुक गया था। रुकने का कारण यह भी था की ससुराल वालों ने उससे कहा था की शादी के बाद उसकी पत्नी को उसके साथ भेज देंगे। क्योंकि उसकी पत्नी होली से मायके यहां आई थी। तब से पत्नी ससुराल वापस नहीं गई थी।
प्रेमी के पांच साथी घटना में शामिल
हरेंद्र हत्याकांड की सूचना मिलते ही पीआरवी, स्थानीय पुलिस व उच्चाधिकारी मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल किए। हरेंद्र के चाचा लल्लू वर्मा की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया। पुलिस ने सर्विलांस, फॉरेंसिक और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जांच आगे बढ़ाई। इस दौरान यह तथ्य सामने आया कि मृतक की पत्नी उमा देवी व उसके प्रेमी जितेन्द्र वर्मा के बीच कई वर्षों से प्रेम संबंध थे। दोनों मृतक को रास्ते से हटाकर शादी करना चाहते थे। उन्होंने इस साजिश को अंजाम देने के लिए अपने पांच साथियों को भी शामिल किया। योजनाबद्ध तरीके से हरेंद्र की हत्या कर दी।
पत्नी ने प्रेमी के साथ हत्या की रची साजिश
पुलिस के पूछताछ में मृतक की पत्नी उमा और उसके प्रेमी जितेन्द्र ने बताया कि हम दोनों के बीच पिछले 6 वर्षों से प्रेम संबंध था। हम दोनों आपस में एक दूसरे से शादी करना चाहते थे। लेकिन उमा के घर वालों ने शादी हरेन्द्र वर्मा से 04 वर्ष पहले कर दिया था। लेकिन हम लोग एक-दूसरे से उतना ही प्रेम करते थे। एक दूसरे के बिना रह पाना मुश्किल था। हम दोनों ने सोचा कि अगर हरेन्द्र वर्मा को रास्ते से हटा दिया जाए, तो हम दोनों एक दूसरे के साथ शादी कर लेंगे।
दोस्तों के साथ योजना बनाकर घटना को दिया अंजाम
मृतक हरेन्द्र वर्मा को अपने रास्ते से हटाने का मन हम लोगों ने बना लिया। कई बार योजना बनाए। लेकिन बात नहीं बन पाई और यह भी लगा की बिना अन्य लोगों के सहयोग के यह घटना सफाई से करना मुश्किल है, तो हम अपने दोस्त मुकेश कुमार पुत्र राम बिहारी, सचिन यादव पुत्र श्यामलाल यादव, अखिलेश यादव पुत्र मिश्रीलाल, सन्तोष पुत्र बेचूराम और मुकेश साहू पुत्र जगराम साहू से बातचीत करके उन्हें भी घटना करने के लिए तैयार किया। हम लोग योजना बनाकर घटना को अंजाम दे दिया।
आरोपियों को भेजा गया जेल
पुलिस ने आरोपी जितेन्द्र वर्मा पुत्र तुलाराम वर्मा, मुकेश कुमार पुत्र राम बिहारी, उमा देवी वर्मा, सचिन यादव पुत्र श्यामलाल यादव, अखिलेश यादव पुत्र मिश्रीलाल, सन्तोष पुत्र बेचूराम और मुकेश साहू पुत्र जगराम साहू को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही घटना में प्रयुक्त की गई खून से सना चाकू, खून लगे कपड़े व जूते, दो मोटरसाइकिल और छह मोबाइल फोन बरामद कर लिया है। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करके जेल भेज दिया है।
तीन बहनों का इकलौता भाई था हरेंद्र
चाचा लल्लू ने बताया- हरेंद्र घर का इकलौता लड़का था। तीन रीता, प्रीति और गीता में का अकेला भाई था। चार भाई बहनों में वह दूसरे नंबर पर था। बड़ी बहन की शादी हो चुकी है। शेष दो की शादी होना बाकी है। पिता लुधियाना में काम करते हैं, जबकि हरेंद्र घर पर रहकर खेती-बाड़ी करता था।