बलरामपुर जिले से रिश्तों को शर्मसार कर देने वाली वारदात सामने आई है। छोटे भाई ने ही अपने बड़े भाई की हत्या के लिए 50 हजार रुपये की सुपारी दी। भाई की जान लेने की साजिश रचने वाला कोई और नहीं बल्कि उसका सगा भाई मारुफ निकला। 19 जून को बलरामपुर नगर के एमएलटीडी तटबंध के पास झाड़ियों में राजू उर्फ रऊफ (40) का शव मिला था। सिर पर गंभीर चोट के निशान थे। पुलिस के लिए यह मामला ब्लाइंड मर्डर था, लेकिन मात्र 72 घंटे में बलरामपुर पुलिस ने इसका खुलासा कर दिया।
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एसपी विकास कुमार के मुताबिक हत्या की रिपोर्ट खुद मृतक के छोटे भाई मारुफ ने दर्ज कराई थी। लेकिन जांच के दौरान पुलिस को संदेह उसी पर होने लगा। सीसीटीवी फुटेज, इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य, फॉरेंसिक और सर्विलांस जांच के आधार पर पुलिस ने जब मारुफ से गहराई से पूछताछ की, तो उसने जुर्म कबूल कर लिया। पूछताछ में मारुफ ने खुलासा किया कि उसने मोहल्ला नौव्वाबाग निवासी आफताब, अंसार अहमद और गोंडा जिले के इटियाथोक थाना क्षेत्र के लक्ष्मणपुर निवासी वकील अहमद के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची थी। पुलिस ने सभी को नहर बालागंज रोड पर आम के बाग से गिरफ्तार कर लिया।
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नशे के लिए पैसे मांगता था भाई
प्रभारी निरीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि राजू नशे का आदी था और नशे के लिए अपने छोटे भाई मारुफ से पैसे मांगता था। पैसे न मिलने पर वह पत्नी और बच्चों को पीटता था, मारने की धमकी देता था। इससे आजिज आकर मारुफ ने भाई को रास्ते से हटाने का फैसला किया और 50 हजार रुपये में उसकी हत्या की सुपारी दी। 18 जून की रात आफताब ने राजू को नशे के बहाने बंधा के पास बुलाया, जहां चारों ने मिलकर लोहे की रॉड से उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपी फरार हो गए और रॉड को रास्ते में छिपा दिया गया।
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आपराधिक प्रवृत्ति वाले हैं आरोपी
गिरफ्तार आरोपियों में आफताब पहले ही एनडीपीएस एक्ट में बहराइच जेल जा चुका है, जबकि अंसार अहमद आर्म्स एक्ट में सजा काट चुका है। पुलिस ने आरोपियों के पास से ई रिक्शा, दो बाइक, चार मोबाइल और 42,100 रुपये नकद भी बरामद किए हैं।