उत्तर प्रदेश सड़क कनेक्टिविटी के मामले में देश का सबसे मजबूत राज्य बन चुका है। अब योगी सरकार रेल यात्रा को भी आसान और बेहतर बनाने के लिए कई बड़ी योजनाओं पर काम कर रही है। सरकार के इन कदमों से लोगों को सफर में आसानी होगी और प्रदेश का विकास भी तेजी से होगा। रेल सिर्फ यात्रियों को उनके गंतव्य तक नहीं पहुंचाएगी, बल्कि यूपी की अर्थव्यवस्था और व्यापार को भी रफ्तार देगी। सरकार ने प्रदेश के लोगों को एक बड़ी सौगात दी है। अब यूपी के पांच जिलों में नई रेलवे लाइन बिछाई जाएगी।
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पूर्वांचल के लोगों के लिए रेलवे एक बड़ी खुशखबरी लेकर आ रहा है। बहराइच से खलीलाबाद के बीच नई रेलवे लाइन बिछाने की तैयारी चल रही है। इस रेलवे प्रोजेक्ट की मंजूरी को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। बहराइच से उतरौला होते हुए खलीलाबाद तक नई रेलवे लाइन बनेगी।
बहराइच, श्रावस्ती और बलरामपुर जिलों में 80 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन बनाई जाएगी, जिस पर 620 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस प्रोजेक्ट का काम शुरू हो चुका है और सबसे पहले जमीन अधिग्रहण का काम किया जा रहा है। जिन किसानों की जमीन इस प्रोजेक्ट में आएगी, उन्हें मुआवजा सर्किल रेट के हिसाब से मिलेगा और उचित कीमत भी दी जाएगी, जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति भी सुधरेगी।
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खलीलाबाद से बांसी, बलरामपुर, श्रावस्ती होते हुए बहराइच तक 240 किलोमीटर लंबी यह रेलवे लाइन बनाई जाएगी। यह लाइन संतकबीर नगर के 56 गांव, बलरामपुर के 65 गांव, श्रावस्ती के 30 गांव और बहराइच के 19 गांवों से होकर निकलेगी। इस प्रोजेक्ट से गांवों में भी रेलवे स्टेशन बनने की संभावना है, जिससे ग्रामीण इलाकों की आर्थिक स्थिति सुधरेगी और लोगों को रोजगार के नए मौके मिलेंगे।
यह पूरी रेल परियोजना कई चरणों में पूरी की जाएगी। पहले चरण में खलीलाबाद से बांसी तक 54 किलोमीटर की लाइन बनाई जाएगी। इसके लिए संतकबीर नगर, बलरामपुर, बहराइच और श्रावस्ती जिलों की 142 हेक्टेयर जमीन ली जाएगी। इस प्रोजेक्ट पर कुल 4939.78 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस रेल रूट पर कई रेलवे स्टेशन, पुल और अंडरपास भी बनाए जाएंगे। रेल लाइन बनने के बाद कई शहरों और गांवों की आपसी कनेक्टिविटी पहले से काफी बेहतर हो जाएगी।