बलरामपुर पुलिस ने एक अंतरराष्ट्रीय साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश किया है गिरोह चाइनीज लोनिंग और अवैध गेमिंग ऐप के जरिए ठगी कर रहा था।
यह भी पढ़ें 👉 Balrampur News : बिना पंजीकरण के चल रहा था मदरसा, कराया गया बंद
1.12 अरब रुपये की ठगी सामने आई है। पुलिस ने 85 बैंक खातों की पहचान की है। इनमें से 31 खातों में 24.29 करोड़ रुपये की पुष्टि हुई है। एसपी विकास कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने तकनीकी विश्लेषण से इस गिरोह का भंडाफोड़ किया है पुलिस ने मुख्य सरगना 'सस्पियर' समेत एक दर्जन आरोपियों को गिरफ्तार किया है गिरोह पहले से पकड़े गए निर्मल और अनिरुद्ध के साथ मिलकर काम करता था। ये फर्जी कंपनियों के नाम पर बैंक खाते खोलते थे। सुपरपे, ब्रोपे और शार्पपे जैसे एप्स से आने वाली रकम इन्हीं खातों में जमा होती थी ठगों का गिरोह उधार लोन, रुपी फैक्टरी और क्विक लोन जैसे एप्स से लोगों को कम ब्याज पर लोन का लालच देता था। लोन के लिए आधार, पैन और सेल्फी मांगी जाती थी। फिर 1200 रुपये ट्रांसफर कर धमकी देकर 2000 रुपये से ज्यादा वसूले जाते थे। एविएटर, तीनपत्ती और सर्कपे जैसे सट्टा एप्स से पहले जीत दिखाकर लोगों को लालच दिया जाता था। बाद में उनसे बड़ी रकम ठगी जाती थी पैसा फर्जी खातों में भेजा जाता था गिरोह कैश डिपॉजिट मशीन से पैसे जमा करता था। फिर बिनेंस जैसे क्रिप्टो एक्सचेंज से USDT में बदलकर विदेश भेज देता था पुलिस साइबर अपराध के खिलाफ कार्रवाई आगे भी जारी रखेगी।