बलरामपुर जिले में धान की फसल के लिए इस समय यूरिया की भारी मांग है। साधन सहकारी समितियों पर सीमित स्टॉक के कारण किसानों को मायूस लौटना पड़ रहा है
वहीं दूसरी ओर कालाबाजारी और ओवररेटिंग का खेल भी सामने आ रहा है। टास्क फोर्स ने फुलवरिया बाईपास स्थित संजय कृषि खाद बीज भंडार के संचालक संजय कुमार गुप्ता पर कालाबाजारी करने के आरोप में केस दर्ज कराया है टास्क फोर्स ने 15 बोरी यूरिया से भरा ई रिक्शा पकड़ा, जिसे गैसड़ी भेजा जा रहा था। उप कृषि निदेशक श्याम नरायन राम के मुताबिक, विक्रेता ने पांच किसानों के नाम पर खाद वितरण की बात कही, लेकिन बिक्री पंजिका में किसी का विवरण दर्ज नहीं था। जिला कृषि अधिकारी उपेंद्र खरवार ने भी 28 अगस्त को निरीक्षण के दौरान गड़बड़ी पकड़ी थी। उस समय पीओएस मशीन पर 27 बोरी यूरिया की बिक्री दर्शायी गई थी, जबकि दुकान पर मात्र सात बोरी मौजूद मिली किसानों के नाम, आधार, मोबाइल नंबर, खतौनी, हस्ताक्षर सहित जरूरी विवरण पंजिका में दर्ज नहीं थे। बिक्री के बाद कैश मेमो भी किसानों को उपलब्ध नहीं कराया जा रहा था। डीएम पवन अग्रवाल ने कहा कि किसानों को सुलभ और निर्धारित मूल्य पर खाद उपलब्ध कराना सर्वोच्च प्राथमिकता है कालाबाजारी में लिप्त लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी साधन सहकारी समिति मथुरा बाजार में स्टॉक खत्म ललिया साधन सहकारी समिति मथुरा बाजार में 150 बोरी यूरिया का स्टॉक शनिवार को वितरित कर दिया गया, लेकिन बड़ी संख्या में किसानों को खाली हाथ लौटना पड़ा। सचिव राम कबीर यादव ने बताया कि स्टॉक सीमित होने के कारण सभी किसानों को खाद उपलब्ध नहीं हो सकी। कल तक और यूरिया खाद आने की संभावना है, जिसके बाद बाकी किसानों को खाद वितरित की जाएगी किसान मनीष मिश्रा ने बताया कि सुबह देर से पहुंचने के कारण खाद नहीं मिल पाई सात बीघे धान की फसल खाद के अभाव में खराब होने के कगार पर है। वहीं किसान सीतापति ने बताया कि पति रोजी-रोटी के सिलसिले में बाहर हैं। खाद लेने आई थी, लेकिन स्टॉक खत्म हो जाने से मायूस लौटना पड़ा।
