श्रावस्ती जिला पंचायत अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद दद्दन मिश्रा ने रेल मंत्री को प्रार्थना पत्र देकर कहा कि श्रावस्ती देश का शायद एकमात्र ऐसा जिला है जहां से कोई भी रेल लाइन नहीं गुजरती है। जिले में कुछ तो ऐसे भी लोग हैं जिन्होंने आज तक रेलगाड़ी नहीं देखी। उन्होंने ऐसा क्यों कहा आइए जानते हैं।
यह भी पढ़ें 👉 ओडिशा का तांत्रिक बनकटवा में फैला रहा था तंत्रमंत्र का जाल, गिरफ्तार
श्रावस्ती को रेल से जोड़ने की निरंतर मांग व अथक प्रयासों पर वर्ष 2018 में केंद्र सरकार ने बहराइच-खलीलाबाद (वाया भिनगा-श्रावस्ती-बलरामपुर-उतरौला-डुमरियागंज) की रेल परियोजना को मंजूरी दी गई। तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोयल ने दो मार्च 2019 को इसका शिलान्यास करके बजट भी आवंटित किया था। खलीलाबाद-बहराइच नई लाइन परियोजना के तहत पहले चरण में खलीलाबाद से बांसी तक भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है। और रेलवे लाइन बिछाने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है।
वहीं, श्रावस्ती और बलरामपुर में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी अधूरी है। जबकि परियोजना पूरा करने का समय 2024 को बढ़ाकर 2026 कर दिया है। हालांकि जिस मंद गति से काम चल रहा है उसको देखकर नहीं लगता कि शायद ही यह परियोजना निर्धारित समय पर पूरी हो सकें। उन्होंने इस विशेष दर्जा प्राप्त परियोजना के काम में तेजी लाने का निर्देश देने का अनुरोध किया है।