बलरामपुर जिले में भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। नेपाल में हुए हिंसक प्रदर्शनों के बाद यह कदम उठाया गया है। पचपेड़वा सीमा क्षेत्र के साथ अन्य सभी क्षेत्रों में सशस्त्र सीमा बल, पीएसी और सिविल पुलिस के जवान मौजूद हैं।
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भारत-नेपाल की खुली सीमा से प्रतिदिन हजारों लोगों का आना-जाना होता है। मजगवा, त्रिलोकपुर, बेलभरिया, गिद्धहवा, कंचनपुर, छोटका भुकुरवा, बड़का भुकुरवा और भौरीसाल संपर्क मार्गों पर निगरानी बढ़ा दी गई है। 85 किलोमीटर की खुली सीमा क्षेत्र में सैकड़ों पगडंडी रास्ते हैं। नेपाल की जेल से भागे कैदियों की तलाश के कारण इन रास्तों पर विशेष नजर है। सुरक्षाबल संदिग्ध व्यक्तियों को भारत में प्रवेश से रोक रहे हैं।
पचपेड़वा थाना प्रभारी ओमप्रकाश ने बताया कि सीमा पर पीएसी के 100 जवान तैनात हैं। पुलिस लाइन से अतिरिक्त सिविल पुलिस कर्मी और एसएसबी के जवान भी मौजूद हैं। सभी दल आपस में समन्वय बनाकर काम कर रहे हैं। वैध पहचान पत्र के बिना किसी को भी सीमा पार नहीं करने दिया जा रहा है।