बलरामपुर जिले के ललिया-हरिहरगंज मार्ग पर स्थित लौकहवा डिप बाढ़ में डूब गया है। इससे क्षेत्र के डेढ़ लाख लोगों का आवागमन प्रभावित हो गया है। तीन पहाड़ी नाले हेंगहा, गौरिया व डोरवा में एक साथ बाढ़ का पानी आने से परेशानी और बढ़ गई है। राप्ती नदी व खरझार पहाड़ी नाले का जलस्तर घटने लगा है लेकिन कीचड़ व गंदगी से दिक्कत है। वहीं, नदी के तटवर्ती गांवों में कटान शुरू हो गई है। नदी की जद में मधवाजोत का पंचायत भवन आ गया है।
बाढ़ प्रभावित गांवों में ट्रैक्टर से पहुंचे एसडीएम
खरझार पहाड़ी नाले में बाढ़ का आकलन करने के लिए बुधवार को तुलसीपुर एसडीएम राकेश कुमार जयंत प्रभावित गांवों में ट्रैक्टर से पहुंच गए। नाले में बाढ़ घटने के बाद ग्राम रामगढ़ मैटहवा में मलबा आने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों के घरों व खेतों में पहाड़ी नाले के मलबा जमा हो गया है। ग्रामीणों ने एसडीएम से बताया कि नाले पर बना तटबंध बाढ़ के कारण 240 मीटर कट गया है, इससे 20 गांवों में बाढ़ की स्थिति बन गई है। इस दौरान तहसीलदार तुलसीपुर योगेंद्र सरन व नायब तहसीलदार शिवेंद्र पटेल भी मौजूद रहे।
