बलरामपुर जिले के तुलसीपुर में प्रस्तावित ओवरब्रिज निर्माण को लेकर शुक्रवार को स्थानीय दुकानदारों का गुस्सा फूट पड़ा। भूमि अधिग्रहण की आशंका से नाराज़ दुकानदारों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा और अपनी दुकानों को बचाए जाने की गुहार लगाई।
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दुकानदारों का आरोप
करीब दो दर्जन से अधिक दुकानदारों ने कहा कि विभागीय अधिकारी बिना किसी नोटिस या पूर्व सूचना के उनकी दुकानों की पैमाइश कर रहे हैं और आरोप लगाया गया है कि प्रतिष्ठान गिराने की धमकी दी जा रही है। दुकानदारों का कहना है कि वे विकास कार्यों के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन उनकी रोज़ी-रोटी छीनकर पुल का निर्माण करना उचित नहीं है।
अरविंद कुमार बोले- हमें पुल से आपत्ति नहीं, पर दुकानों का पूरा हिस्सा न तोड़ा जाए। कुछ हिस्सा बचा दिया जाए तो व्यापार चल सकेगा।
राजेश यादव ने कहा- अब तक कोई आधिकारिक नोटिस नहीं मिला। अधिकारी केवल माप कर जाते हैं और गिराने की धमकी देते हैं। इससे रोजगार खतरे में है।
विधायक से भी लगाई गुहार
दुकानदारों ने तुलसीपुर विधायक से भी मुलाकात कर समस्या रखी और मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की। ज्ञापन देने वालों में आकाश गुप्ता, सुनील यादव, घनश्याम गुप्ता, आरती देवी, सीमा देवी, संजना गुप्ता सहित कई स्थानीय व्यापारी शामिल रहे।
व्यापारियों ने की मांग
दुकानों पर बिना नोटिस की जा रही कार्रवाई पर रोक लगे। मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए। भूमि अधिग्रहण में व्यापारियों की आजीविका पर असर न डाला जाए।